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ईएसआर (ESR) क्या है जानिए इसका इलाज

ईएसआर ?(ESR)  शरीर में इंफ्लामेशन का संकेत देता है यह ब्लड टेस्ट

एसआर (ESR) से जुड़ा सब कुछ जो जानना आपके लिए बहुत जरूरी है

सुबह उठने के बाद लगभग 30 मिनट तक या उससे अधिक समय तक जोड़ों में दर्द रहता है

अकड़न रहती हो कनपटी के आसपास दर्द ,  नजर में बदलाव,  कमर दर्द, कंधों का दर्द , गर्दन अथवा पेल्विस में दर्द रहता हो तो  यह इस बात का संकेत हो सकता है कि शरीर में इंफ्लामेशन है |

 यह अर्थराइटिस से जुड़ी समस्या हो सकती है ऐसे में डॉक्टर आपका ईएसआर टेस्ट कर सकते हैं |

एसआर (ESR) से जुड़ा सब कुछ जो जानना आपके लिए बहुत जरूरी है

Ø क्या है  ESR टेस्ट

एसआर जिस की इरिथ्रोसाइट सेडिमेंटेशन रेट कहा जाता है लाल रक्त कणिकाओं के परखनली में नीचे बैठने के दर को कहते हैं जिस दर पर लाल रक्त कणिकाएं सेटल होती है उसे आधार पर विशेषज्ञ शरीर में इंफ्लामेशन या संक्रमण का अनुमान लगाते हैं |

                                             इसकी सामान्य रेंज क्या है

                   महिलाएं -(50वर्ष से कम)                  0 से 20मिमी/घंटा                                                     पुरुष  -(50वर्ष से कम)                     0 से 15 मिमी घंटा   

               महिलाएं (50 वर्ष से अधिक)              0 से 30 मिमी/घंटा                                                                                                                                         Neelkanth JST D-9

              पुरुष (50 वर्ष से अधिक)                   0 से 20 मिमी. घंटा

                बच्चे (0 से 12 वर्ष)                           0 से 10 मिमी घंटा

 

Ø टेस्ट  कब कराया जाता है

शरीर में अंदरूनी बुखार इंफ्लामेशन संक्रमण या फिर आंतों से संबंधित संक्रमण आदि होने पर यह टेस्ट कराया जाता है इसमें खासकर ऑटो इम्यून बीमारियों जैसे की विभिन्न प्रकार के अर्थराइटिस ल्युपस या कुछ प्रकार की मांसपेशियों की समस्या से जुड़ी बीमारियों का पता लगाया जाता है| हालांकि यह टेस्ट अकेले सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं कर पाता | ऐसे में इसे अन्य ब्लड टेस्ट के साथ संयुक्त रूप से कराया जाता है

Ø यैसे संतुलित रखे ESR

अधिक वजन और तनाव शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ाने में मुख्य भूमिका अदा करते हैं| ऐसे में वजन संतुलित रखने से इसे नियंत्रित करने में मदद मिलती है | इसके अलावा ब्रीदिंग एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल कर तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है इसके साथ ही रोज 7 से 9 घंटे की नींद जरूर ले यह इंफ्लामेशन नियंत्रित करने के लिए बेहद जरूरी है यदि इंफ्लामेशन से जुड़ी समस्या है तो धूम्रपान बिल्कुल ना करें

Ø ESR का आयुर्वेदिक इलाज

अगर आपका ईएसआर (ESR) बढ़ रहा है कंट्रोल नहीं हो पा रहा है तो आप नीलकंठ jstd9 (powder ) और  ICal B-12 (syurp) का इस्तेमाल कर (ESR) ईएसआर को कंट्रोल कर सकते हैं यह आयुर्वेदिक दवा का किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं है इसे आप सुबह और शाम खाना खाने के बाद 21 दिनों तक लीजिए |

आपका ESR लेवल जल्द ही कंट्रोल होगा और आपको दर्द से मुक्ति  मिल सकती है| 

Dr राजेश K अग्रवाल (आयुर्वेदाचार्य)

नीलकंठ फार्मेसी इंडिया प्राइवेटलिमिटेड

शास्त्रोक्त जैविक आयुर्वेदिक औषधीय के निर्माता एवं विक्रेता

7089570896

 

 

 

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